SURAJPUR NEWS : सूरजपुर / रामानुजनगर। एंटी करप्शन ब्यूरो इकाई अम्बिकापुर के द्वारा 10 हजार रूपए की रिश्वत लेते सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक माधव सिंह व उसके सहयोगी मोहमुद्दीन को रंगें हाथों गिरफ्तार किया है।
एसीबी की कार्रवाई के बाद रामानुजनगर थाना में हड़कंप मच गया। इस संबंध में एंटी करप्शन ब्यूरों के अधिकारियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सूरजपुर जिले के ग्राम सूरता निवासी प्रार्थी शिवमंगल सिंह ने एसीबी कार्यालय अम्बिकापुर पहुंच शिकायत करते हुए जानकारी दी थी कि गांव में ही उसके भाई को टांगी से सिर पर मारने से गंभीर चोटें आयी थी। जिस पर पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध धारा 294, 506, 323 व 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था। पूरे मामले की विवेचना सहायक उप निरीक्षक माधव सिंह के द्वारा की जा रही थी।
SURAJPUR NEWS : प्रकरण में धारा बढ़ाने के नाम पर मांगी 30 हजार घूस
मामले के विवेचना के दौरान एसआई ने प्रार्थी से संपर्क साधा और प्रकरण में धारा 307 जोड़ आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी व चालान पेश करने के एवज में 30 हजार रूपए की डिमांड कर डाली। मामले में प्रार्थी शिवमंगल सिंह ने रिश्वतखोर जांच अधिकारी उक्त रकम न देकर रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। मामले में शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने प्राप्त शिकायत के सत्यापन के बाद सही पाया और एसआई को रिश्वत की रकम लेते रंगे हाथों दबोचने के की योजना बनाई।
मामले में एसीबी ने 26 जून बुधवार को प्रार्थी को रामानुजनगर थाना में रिश्वत के रकम के साथ भेजा गया। एएसआई माधव सिंह के अपने सहयोगी मोहमुद्दीन के माध्यम से रिश्वत की रकम ली और एसीबी की टीम ने दोनों को रंगे हाथों दबोच लिया। मामले में एसीबी की टीम ने आरोपी एएसआई माधव सिंह व उसके सहयोगी मोहमुद्दीन को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध धारा 7 पीसी एक्ट 1998 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई कर रही है। बहरहाल एसीबी की दबिश के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। वहीं दूसरी ओर पुलिस की कार्यशैली को लेकर भी सवालिया निशान लगने लगे हैं।
हाल ही में पुलिस अधीक्षक ने जुए के फड़ से पैसा वसूलने के मामले में दो पुलिस कर्मियों को निलंबित किया था।