सिर्फ मुरुम उत्खनन या पहाड़ को समतल कर कब्जे का तो नहीं हो रहा प्रयास, पहाड़ का अस्तित्व खत्म होने के साथ हरियाली भी हो रही नष्ट
Ambikapur News : अम्बिकापुर। एक ओर जहां पर्यावरण के संरक्षण और हरियाली के लिए शासन, प्रशासन अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी ओर हरियाली को नष्ट करने में तुले अवैध मुरूम उत्खनन करने वालों पर जिम्मेदार विभाग के मौन रूख से नगर से लगे लुचकी घाट का पहाड़ समतल मैदान में फिर से तब्दील होने लगा है।
पांच माह पूर्व जिला प्रशासन के निर्देश के बाद खनिज विभाग की सख्ती से रूका अवैध उत्खनन अब पुनः शुरू हो गया है और मुरूम उत्खनन करने वालों की तादात इस बार और अधिक संसाधनों के साथ नजर आ रही है। लुचकी घाट के पहाड़ को काट बृहद क्षेत्र में हो रहे इस अवैध उत्खनन को लेकर जिम्मेदार विभाग के मैदानी अमले ने भी अब तक अपनी सजगता नहीं दिखाई है, जिससे विभाग प्रमुख भी इस तरह के किसी भी तरह के अवैध उत्खनन के मामले को लेकर अनभिज्ञ हैं।
जमीन दलाल तो नहीं हैं सक्रियः सरगुजा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार अवैध अतिक्रमण और अवैध पट्टा बनाए जाने के मामले का भी लगातार खुलासा हो रहा है और कई मामलों में प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की गई है। नगर से लगे लुचकी घाट के समीप पहाड़ को खोद न केवल हरियाली नष्ट करने का काम किया जा रहा है, बल्कि यह भी चर्चा है कि जमीन दलालों की नजर भी तो कहीं इस लुचकी घाट के पहाड़ पर नहीं है। पूर्व में भी एक बड़े क्षेत्र को समतल किया जा चुका है और अब पुनः उसी स्थान पर पहाड़ के अन्य हिस्से से मुरूम की अवैध खुदाई जोरशोर से दिनदहाड़े की जा रही है।
मुरूम परिवहन के लिए मार्ग भी बनाया : लुचकी घाट पहाड़ से हो रहे अवैध मुरूम उत्खनन के लिए इस कार्य में संलग्न लोगों द्वारा अंदरूनी मार्ग का निर्माण स्वयं कराया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे लुचकी घाट के इस पहाड़ पर जहां अवैध मुरूम का उत्खनन हो रहा है, सामान्य तौर पर मार्ग से गुजरने वाले लोगों की नजर उस क्षेत्र में नहीं पड़ती है। इसका भी फायदा अवैध मुरूम उत्खनन करने वाले उठा रहे हैं।
Ambikapur News : निजी उपयोग में लाया जा रहा मुरूम
लुचकी घाट पहाड़ से अवैध रूप से मुरूम का उत्खनन कर उसका उपयोग सड़क निर्माण अथवा किसी शासकीय कार्य के लिए ठेकेदार नहीं बल्कि पूरी तरह अवैध रूप से उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार यहां से पूर्व में भी अवैध उत्खनन होता रहा है और इसके लिए बकायदा ग्रामीण क्षेत्र में अंदरूनी मार्ग का निर्माण कर परिवहन के लिए उसी मार्ग का उपयोग किया जाता है। अवैध उत्खनन में फिर से सक्रिय होने वाले लोगों ने इसी मार्ग को फिर से दुरूस्त करा धड़ल्ले से उत्खनन प्रारंभ कर दिया है। पूर्व में प्रशासन द्वारा इस मामले में हुई कार्रवाई के बाद इस मार्ग को बंद करने का कोई प्रयास न किए जाने का फायदा भी उठाया जा रहा है।
जांच कर गड़बड़ी करने वालों पर होगी कार्रवाई
जिला खनिज अधिकारी त्रिवेणी देवांगन ने कहा कि उन्हें अब तक ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि यदि कोई फोटोग्रॉफ या ईमेज हो तो उन्हें उपलब्ध कराएं। इस मामले की जांच कराई जाएगी और गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई भी होगी।