AMBIKAPUR NEWS : अम्बिकापुर। शहर के युवा व्यवसायी अक्षत अग्रवाल की गोली मारकर की गई सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी उनका पूर्व कर्मचारी संजीव मंडल वारदात के बाद घर में चैन की नींद सो रहा था। आरोपी संजीव मंडल के गले में मृतक अक्षत अग्रवाल के सोने का चेन भी पहना हुआ था। पुलिस के पहुंचने पर उसने ही यह बताया कि चठिरमा गौशाला के आगे जंगल में कार के भीतर अक्षत की लाश पड़ी है। आरोपी संजीव मंडल की निशानदेही पर पुलिस ने तीन पिस्टल और तीस कारतूस भी बरामद किए हैं। आरोपी संजीव मंडल को पुलिस ने आज धारा 103 बीएनएस के तहत न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है
AMBIKAPUR NEWS :बरामद तीनों पिस्टल का लाइसेंस नहीं
सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर तीन पिस्टल और तीस कारतूस भी इंजीनियरिंग कॉलेज मार्ग में झाड़ियों के बीच से किया गया था। आरोपी संजीव मंडल द्वारा पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक यह तीनों पिस्टल भी मृतक अक्षत अग्रवाल ने ही उसे दिए थे। एसपी ने बताया कि तीनों पिस्टल की जांच की गई है और किसी भी पिस्टल का लाइसेंस नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी द्वारा दिए गए बयान की भी तस्दीक की जा रही है और विवेचना में ही यह पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगा कि आरोपी को यह पिस्टल और कारतूस कहां से मिले थे।
कार के भीतर ही दागी थी तीनों गोली
पुलिस के अनुसार आरोपी संजीव मंडल ने व्यवसायी अक्षत अग्रवाल के सीने में तीनों गोली कार के भीतर बैठकर ही दागी थी और ड्राइविंग सीट पर बैठे अक्षत के एक ओर लुढ़क जाने के वाद वह रूपए, चेन, ब्रेसलेट और अंगूठी लेकर अपने घर चला गया था। एक गोली मृतक अक्षत अग्रवाल के सीने को चीरकर पीठ के पीछे से बाहर निकल गई थी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उसने पाया कि कार भीतर से बंद थी और दरवाजा खोलने के लिए पुलिस को कार का कांच भी तोड़ना पड़ा था। पुलिस ने मौके से तीन कारतूस के खोखे भी बरामद किए हैं।
कई संगीन मामलों में भी दर्ज है आरोपी का नाम
व्यवसायी अक्षत अग्रवाल की गोली मारकर हत्या करने वाला उनका पूर्व कर्मचारी संजीव मंडल उर्फ भानू के खिलाफ एक दर्जन से भी अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसमें हत्या के प्रयास का मामला भी शामिल है। तीन वर्ष पूर्व व्यवसायी अक्षत अग्रवाल के संस्थान का काम छोड़ चुका आरोपी संजीव मंडल आखिर क्यों अक्षत की कार में सवार हुआ था, यह अब भी जांच का विषय बना हुआ है। इसके साथ ही आरोपी द्वारा यह बयान दिया जाना कि मृतक ने स्वयं को मारने के लिए उसे सुपारी दी थी इसका राज भी मृतक की मौत के साथ दफन हो गया है।