AMBIKAPUR NEWS : शहर से लगे ग्राम सुखरी कालापारा में भतीजी की शिकायत पर जांच करने पहुंची गांधीनगर की महिला प्रधान आरक्षक द्वारा गांव के पटेल एवं शाला विकास समिति के सदस्य 63 वर्षीय राम सुंदर राजवाड़े से गांव वालों के बीच कथित पूछताछ के दौरान अचेत होकर मौत हो जाने के मामले में आज हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई। मामले में पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने जांच के आदेश दिए हैं।
वहीं परिजन जांच के पहले आरोपित पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग को लेकर अड़े रहे, परंतु पुलिस द्वारा जांच के बाद ही कार्रवाई के रूख पर तनातनी की स्थिति निर्मित ही गई और मेडिकल कॉलेज में लगभग एक घंटे तक नारेबाजी चलती रही। घटना सोमवार के दोपहर एक बजे बाद की बताई जा रही है। मृतक के पुत्र राजेश, नरेश और बाबूलाल राजवाड़े ने बताया कि उनके वृद्ध पिता राम सुंदर राजवाड़े जो गांव के पटेल और शाला विकास समिति के सदस्य भी हैं, उनकी भतीजी से जमीन संबंधी विवाद चल रहा था और इस मामले में गांधीनगर थाने में भतीजी ने अपने चाचा के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया था।
मामले की जांच हेतु गांधीनगर थाने से एक महिला प्रधान आरक्षक व एक आरक्षक गांव में पहुंचे। पुलिस के आने की सूचना पर गांव के पटेल होने के नाते उनके पिता ने गांव के प्रमुख लोगों को बुला पुलिस के समक्ष रहने कड़ा ताकि आरोपों के संबंध में वे पुलिस जांच में अपना बयान दे सकें। मृतक के पुत्रों और परिजनों का कहना है कि महिला प्रधान आरक्षक गांव में पहुंचते साथ उनके पिता को सीधे धाने चलने कहने लगी। तब उनके पिता ने वहां मौजूद लोगों से भी बयान लेने को कहा तो कथित रूप से नाराज होकर कहा कि वे बयान लेने नहीं उन्हें थाना ले जाने आई हैं, सीधे थाने चलिए।
परिजनों का आरोप है कि प्रधान आरक्षक के इस रवैये से सदमे में आए उनके पिता अचेत होकर वहीं गिर गए। जिसे पुलिस कर्मियों ने अपने वाहन से मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इसी के बाद आरोप और हंगामे की स्थिति निर्मित हो गई। मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता सहित बंटी शर्मा, शैलू सोनी सहित अन्य कांग्रेसजन भी पहुंच गए, वहीं हंगामे को देखते हुए सीएसपी रोहित शाह सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों के बीच लगभग एक घंटे तक विवाद की स्थिति बनी रही। जिसमें परिजन आरोपित पुलिस कर्मियों को निलंबन की मांग कर रहे थे, जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना था कि जांच के बाद ही वे कार्रवाई करेंगे।
AMBIKAPUR NEWS : परिजनों ने कहा- धमकी से लगा सदमा..?
परिजनों का आरोप था कि गांव में जब महिला प्रधान आरक्षक वहां पहुंची तो सब कुछा सामान्य था, उनके पिता गांव वालों से अपने उपर लगे आरोपों के संबंध में पक्ष पुलिस के समक्ष रखने के प्रयास में थे। परिजनों का कहना है कि घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग पुलिस कर्मियों द्वारा की जा रही थी, जिसमें प्रधान आरक्षक का रवैया कथित रूप से आक्रामक था और पिता के द्वारा बार-बार गांव वालों से उनका पक्ष जानने का अनुरोध किया गया, मगर महिला प्रधान आरक्षक ने उन्हें सीधे कहा कि वे जांच करने नहीं, उन्हें थाने ले जाने के लिए आई है, जिससे उन्हें सदमा लगा।
पुलिस ने कहा प्रताड़ना का आरोप सही नहीं :- मामले में पुलिस का कहना है कि गांधीनगर की महिला प्रधान आरक्षक मृतक की भतीजी के शिकायत के जांच के लिए पहुंची थी। वहां गांव वाले काफी संख्या में मौजूद थे और पूछताछ के पहले ही सबके बीच आरोपित रामसुंदर राजवाड़े अचानक अचेत होकर गिर गए। जिन्हें गांव वालों की मदद से जांच करने वाली महिला प्रधान आरक्षक खुद अपने पुलिस वाहन से मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गई। साथ में उनके परिजन भी थे। पुलिस द्वारा किसी भी प्रकार से प्रताड़ित नहीं किया गया।
रोषित परिजनों ने नहीं कराया पीएम :- सुखरी कालापारा के पटेल राम सुंदर राजबाड़े के मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में हंगामे के दौरान पुलिस के व्यवहार से रोषित उनके परिजन शव का पोस्टमार्टम कराने से भी इंकार कर कहा कि जब पुलिस मामले में कार्रवाई नहीं कराना चाहती तो पीएम का क्या फायदा। परिजनों का कहना है कि गांव में पहुंचे महिला प्रधान आरक्षक ने जो व्यवहार किया वही उनके पिता के सदमे और मौत की बजह बनी और आरोप लगाने पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों का रवैया भी एकतरफा रहा, जिससे उन्हें फिलहाल कोई उम्मीद नहीं है।
कांग्रेस ने कहा कार्रवाई नहीं तो आंदोलन :- सरगुजा जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश मुप्ता ने बुजुर्ग पटेल के मौत के मामले में पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कहा कि सार्वजनिक अपमान के चलते सदमे में अचेत हुए गांव के पटेल की मौत दुर्भाग्यजनक है। इस मामले में उन्होंने पुलिस अधीक्षक से दो दिन के भीतर जांच कर आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर कांग्रेस द्वारा आंदोलन की चेतावनी दी है।
एसपी ने कहा जांच के बाद ही होगी स्थिति स्पष्ट
मामले में सरगुजा पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने कहा कि उन्होंने मामले के जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक स्थिति में प्रताड़ना के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। पटना की पूरी जांच कराई जाएगी और परिजनों तथा ग्रामीणों से पूछताछ कर जो भी तथ्य आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई होगी। सिर्फ आरोपों पर कार्रवाई करना ठीक नहीं है। गांधीनगर पुलिस टीम थाना प्रभारी के निर्देश पर जांच के लिए गई थी।