पीवीटीजी परिवारों के लिए ईवेंट : राज्य में विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल क्षेत्रों में राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत सितंबर महीने में राज्य के 18 जिलों में मेगा इवेंट और आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) कैंपेन आयोजित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर के पहले सप्ताह में वर्चुअल माध्यम से इन आयोजनों में शामिल होकर विशेष पिछड़ी जनजाति के परिवारों से संवाद करेंगे।
ट्राइबल विभाग के प्रमुख सचिव, सोनमणि बोरा ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री, पीएम जनमन योजना के तहत झारखंड में राष्ट्रीय मेगा इवेंट में भाग लेंगे और देश के सभी पीवीटीजी (विशेष पिछड़ी जनजाति समूह) बसाहट वाले जिलों को संबोधित करेंगे। यह संवाद टू-वे कनेक्टिविटी के माध्यम से होगा, जिससे दोनों ओर से बातचीत संभव हो सकेगी। राज्य के एक जिले को राज्य स्तरीय मेगा इवेंट के लिए चयनित किया जाएगा, जबकि अन्य जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन सभी कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री का संबोधन और संवाद दो-तरफा कनेक्टिविटी के जरिए दिखाया और सुना जाएगा।
इन आयोजनों में विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। लाभार्थियों के लिए संतृप्ति शिविर 23 अगस्त से 10 सितंबर तक लगाए जाएंगे। इन शिविरों में आधार कार्ड, जनधन खाता, आयुष्मान कार्ड, वन अधिकार पत्र, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम मातृत्व वंदना योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सिकल सेल की जांच और अन्य बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित किया जाएगा। ये शिविर पीवीटीजी बसाहटों और जिलों में आयोजित किए जाएंगे।
शिविर में मिलने वाली सुविधाएं:
- यूआईडीएआई के माध्यम से नामांकन और आधार कार्ड जारी करना।
- पीएम जनधन योजना के तहत बैंक खाते खोलना।
- पात्र लाभार्थियों के लिए आयुष्मान भारत कार्ड बनाना।
- पीवीटीजी के लिए सामुदायिक प्रमाण पत्र जारी करना।
- वन अधिकार पत्र जारी करना।
- पीवीटीजी बसाहटों में सिकल सेल की जांच करना।
- प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण), संपर्क सड़क, मोबाइल मेडिकल यूनिट, नल से जल, और विद्युतिकरण के बारे में जानकारी देना।