Light Metro in Raipur :”रायपुर से दुर्ग ,पहली बार दौड़ेगी रूसी तकनीक की लाइट मेट्रो, ऐतिहासिक एमओयू हुआ साइन”

Light Metro In Raipur : राज्य में पहली बार रायपुर से दुर्ग के बीच लाइट मेट्रो ट्रेन चलाने का मार्ग स्पष्ट हो गया है। गुरुवार को रायपुर नगर निगम और रूस सरकार के बीच इस परियोजना को लेकर एक समझौता (एमओयू) हुआ। मॉस्को में मेयर एजाज ढेबर और रूस के ट्रांसपोर्ट मंत्री ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। मेयर ढेबर इस समय मॉस्को में इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट समिट में भाग ले रहे हैं।

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Light Metro in Raipur :"रायपुर से दुर्ग ,पहली बार दौड़ेगी रूसी तकनीक की लाइट मेट्रो, ऐतिहासिक एमओयू हुआ साइन"
Light Metro in Raipur :”रायपुर से दुर्ग ,पहली बार दौड़ेगी रूसी तकनीक की लाइट मेट्रो, ऐतिहासिक एमओयू हुआ साइन”

मेयर ढेबर ने दैनिक भास्कर को मॉस्को से बताया कि जल्द ही रूस की तकनीकी टीम रायपुर आएगी और क्षेत्र का सर्वेक्षण करेगी। टीम रायपुर में भौगोलिक स्थिति, दृश्यता और मेट्रो संचालन की सभी संभावनाओं का आकलन करेगी। अगले एक या दो महीने में सर्वेक्षण का कार्य शुरू हो जाएगा, जिसे तेजी से पूरा किया जाएगा ताकि जल्द से जल्द इस सुविधा का लाभ लोगों को मिल सके।

राजधानी में लाइट मेट्रो सेवा शुरू करने के लिए नगर निगम पिछले तीन साल से प्रयासरत था, जिसमें अब सफलता मिली है। रूस ने इस तकनीक में महत्वपूर्ण प्रगति की है और वहां की मेट्रो प्रणाली को सबसे सुरक्षित और प्रभावी माना जाता है। मेयर का कार्यकाल केवल तीन महीने शेष है, लेकिन समझौते पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

2022 में हुए ट्रांसपोर्ट समिट में रायपुर नगर निगम ने रायपुर से दुर्ग के बीच लाइट मेट्रो सेवा का प्रस्ताव रखा था। इसके तहत अब टीम रायपुर से दुर्ग तक के मार्ग का सर्वेक्षण करेगी। इसके साथ ही रायपुर से नवा रायपुर के बीच भी मेट्रो सेवा की संभावनाओं का अध्ययन किया जाएगा। इस लाइट मेट्रो सेवा से शहर में ट्रैफिक की समस्या का समाधान होने की उम्मीद है। इस समिट के लिए 160 में से 15 देशों का चयन किया गया है, जिनमें से विभिन्न शहरों के प्रतिनिधि मॉस्को पहुंचे हैं। यहां आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय विषयों पर भी चर्चा की जा रही है। एमओयू के बाद रूस सरकार रायपुर में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन और प्रबंधन, ट्रैफिक मैनेजमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर भी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।

Light Metro In Raipur : 500 करोड़ तक होंगे खर्च, लीज पर देंगे स्टेशन

रायपुर में लाइट मेट्रो योजना पर 400 से 500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। मॉस्को में लाइट मेट्रो ट्रेन को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर संचालित किया जा रहा है, जहां स्टेशनों को लम्बे समय के लिए लीज पर दिया जाता है और इससे प्राप्त आय से शासन और संचालक एजेंसी को लाभ होता है। रायपुर में भी लाइट मेट्रो इसी मॉडल पर चलाई जा सकती है। इसके लिए तकनीकी पक्ष को समझने के बाद सरकार से बजट मंजूर कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। नगर निगम अपनी आय और विदेशी निवेश की संभावनाओं पर भी एक रिपोर्ट तैयार करेगा।

ऐसी होगी नई ट्रेन

रूस की लाइट मेट्रो ट्रेन बैटरी से चलती है, जिसमें 8 बोगियां होती हैं। यह ट्रेन एलिवेटेड रूट पर चलती है, जिसका मतलब है कि ट्रेन पिलरों पर बनी हल्की पटरियों पर चलती है। एक बार में ट्रेन में 1000 से अधिक यात्री सफर कर सकते हैं। ट्रेन में एसी, वाईफाई जैसी आधुनिक सुविधाएं भी मौजूद हैं।

रूस में मेट्रो को जमीन से 300 फीट नीचे चलाया जा रहा है। रायपुर में लाइट मेट्रो सेवा शुरू करने के लिए इस एमओयू के बाद मार्ग साफ हो गया है। वहां की टीम स्काई वॉक के लिए बने पिलरों के उपयोग की संभावना भी देखेगी। इसलिए प्रदेश सरकार से अनुरोध है कि तब तक स्काई वॉक का निर्माण न किया जाए।

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